हार्दिक पांड्या की बायोग्राफी का छोटा सा अंश hardik pandya biography in hindi हार्दिक पांड्या अपने बोलिंग और बेटिंग में आक्रमकता के लिए जाने जाते है हार्दिक पांड्या आईपीएल में मुंबई इन्डियन की तरफ से खेलते है जबकि घरेलु क्रिकेट में वो बड़ोदरा टीम का प्रतिनिधित्व करते है. हार्दिक पांड्या के कोच भारत के पूर्व क्रिकेटर किरण मौरे रहे है जिनसे हार्दिक ने खेल की बारीकियां सीखी है.
आज हम आपको हार्दिक पांड्या की ऐसी 5 बाते बताने जा रहे है जिन्हें आप शायद ही जानते होंगे.
हार्दिक पांड्या जब 5 साल के तब उनके पिता सूरत में कार फाइनेंस का काम छोड़कर बड़ोदरा में बस गए थे. बड़ोदरा में हार्दिक के पिता ने हार्दिक और उनके भाई को किरण मौरे क्रिकेट अकेडमी में दाखिल करवा दिया था. हार्दिक स्कूल के दिनों में अपनी पढ़ाई भी पूरी नहीं कर पाए थे क्योंकि हार्दिक कक्षा 9 में फेल हो गए थे और इसके बाद उन्होंने पूरा ध्यान क्रिकेट में लगा दिया था.
हार्दिक कभी भाड़े पर खेलते थे जी हाँ हार्दिक खुद बताते है कि वह गुजरात के एक गाँव में पैसे लेकर खेलते थे हालाकि प्रतियोगिता का कोई नाम नहीं होता लेकिन ये मैच आस पास के गाँव के बीच होता था. जिसमे खेलने के लिए हार्दिक 400 रूपए लेते थे जबकि उनके भाई कृनाल पांड्या को 500 रूपए मिलते थे. हार्दिक जब विजय हजारे ट्राफी में खेलने उतरे थे तब उनके पास कोई अच्छा बेट नहीं था. उस समय इरफान पठान ने अपना बेट देकर हार्दिक की मदद की थी.
आज के समय हार्दिक पांड्या फास्ट बोलिंग करते है लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि हार्दिक पहले लेग स्पिन बोलिंग करते थे. दरअसल किरण मौरे अकेडमी में एक प्रतियोगिता के दौरान टीम के पास एक तेज गेंदबाज कम था. तब हार्दिक के कोच किरण मौरे ने हार्दिक से तेज गेंदबाजी करने के लिए कहा और हार्दिक मान गए उस मैच में हार्दिक ने 7 विकेट लिए थे इसके बाद हार्दिक ने स्पिन छोड़कर तेज बालिंग करना शुरू कर दिया था.
धन्यवाद् ! हार्दिक पंड्या के जीवन के संघर्ष से रूबरू कराने के लिए
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