ATM का फुल फॉर्म क्या है: इसके साथ साथ हम और भी बहुत सी चीजों के बारे में जानेंगे जैसे कि इस आर्टिकल में एटीएम के बारे में अच्छे से जानेंगे और इसके ऊपर विस्तार से चर्चा करेंगे। इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपको बहुत ही नॉलेज होने वाला है इसलिए आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ना तो चलिए वक्त जाया ना करते हुए आर्टिकल को जल्दी से जल्दी शुरू करते हैं।
ATM एक ऐसी मशीन है जिसने हमारी जिंदगी को आसान बना दिया है। एटीएम के उपलब्ध होने से हमारा काफी समय बच जाता है अगर आज के समय में एटीएम नहीं होता तो सभी को बैंक में जाकर पैसे निकालने पड़ते जिससे समय की बहुत बर्बादी होती।
हालाकि आज भी काफी लोग हैं जिन्हें एटीएम का पूरा नाम क्या है इसके बारे में पता नहीं है वर्तमान समय में 80% लोग एटीएम से ही पैसे निकालते हैं और आने वाले समय में एटीएम का इस्तेमाल और भी ज्यादा बढ़ेगा।
हमारे देश में विकास तेजी से हो रहा है आज के समय में ऐसे बहुत से छोटे छोटे गांव है जहां एटीएम की सुविधा उपलब्ध नहीं है लेकिन हमारी सरकार पूरी कोशिश कर रही है कि आने वाले समय में हर जगह एटीएम की सुविधा उपलब्ध हो। तो चलिए जानते हैं एटीएम को हिंदी में क्या कहते हैं उम्मीद करते हैं यह आर्टिकल आपको पसंद आएगा।
ATM का फुल फॉर्म क्या है
हम अपने दैनिक जीवन में एटीएम का प्रयोग करते रहते हैं लेकिन हमें ATM Ka Full Form भी पता नहीं होता है लेकिन आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ATM Ka Full Form Automated Teller Machine होता है और इसे हिंदी में स्वचालित टेलर मशीन कहते हैं।
ATM क्या होता है
ATM एक ऐसी मशीन होती है जिसकी मदद से कोई भी व्यक्ति बिना बैंक जाए ही बड़ी ही आसानी से नगद राशि को निकाल सकता है आपको ATM लगभग हर बैंक में देखने को मिल जाएंगे। ATM machine हर शहर में कहीं ना कहीं लगी हुई होती हैं कोई भी व्यक्ति वहां जाकर अपने पैसों को निकाल सकता है ATM card एक प्रकार का प्लास्टिक कार्ड होता है जिसे बैंक द्वारा खाताधारकों को प्रदान किया जाता है।
इस कार्ड का प्रयोग करके एटीएम से पैसे निकाले जा सकते हैं ATM भी आपको दो तरह के देखने को मिल जाते हैं पहले एटीएम से आप अपने पैसों को निकाल सकते हैं और अपने खाते की जानकारी मिलती रहती है वहीं दूसरे एटीएम से आप अपने खाते में पैसों को जमा भी करवा सकते हैं क्रेडिट कार्ड का भी भुगतान हो जाता है और खाते की जानकारी भी प्राप्त कर सकते हैं।
ATM कैसे काम करता है
अगर आप अपना एटीएम यूज करना चाहते हैं तो आपको अपने एटीएम कार्ड को ATM Machine के अंदर डालना होगा, कुछ मशीनों में आपको एटीएम को ड्रॉप करना होगा और कुछ मशीनों में आपको एटीएम स्वैप की सुविधा देखने को मिल जाती है ATM card के ऊपर एक चुंबकीय पट्टी लगी हुई होती है जिसमें आपके बैंक खाते से लेकर अन्य सुरक्षा की जानकारी होती है।
जब आप अपने ATM card को ड्रॉप या स्वैप करते हैं तब एटीएम मशीन को आपके बैंक खाते की सारी जानकारी मिल जाती है और फिर आपको अपना पिन भरना होता है सफल पहचान के बाद ही ATM मशीन आपको ट्रांजेक्शन की अनुमति देती है।
एटीएम का सबसे मुख्य इस्तेमाल पैसों को निकालने के लिए किया जाता है वर्तमान समय में आप एटीएम से एक समय में ₹10000 तक निकाल सकते हैं लेकिन कई बैंक अपने ग्राहकों को ₹10000 से लेकर ₹20000 निकालने की भी छूट देते हैं आमतौर पर आप ATM से 1 दिन में ₹40000 तक निकाल सकते हैं।
ATM को हिंदी में क्या कहते है
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि आम लोग इसे बोलचाल में ATM ही बोलते हैं लेकिन अगर बात की जाए हिंदी में तो हिंदी में इसकी फुल फॉर्म स्वचालित टेलर मशीन है। लेकिन शोर्ट फॉर्म में इंग्लिश और हिंदी में एटीएम बोलते हैं।
ATM मशीन का आविष्कार किसने किया
1965 में जॉन शेफर्ड बैरन को एटीएम मशीन बनाने का विचार आया था उन्हें यह विचार चॉकलेट बार की मशीन देखने के बाद आया था दुनिया में पहली एटीएम को साल 1967 में लंदन में लगाया गया था टीवी शो के एक लोकप्रिय सितारे रेग वार्नी एटीएम से नकदी निकालने वाले पहले व्यक्ति बने थे।
लेकिन आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि एटीएम के आविष्कार का असली श्रेय लूथर जॉर्ज सिमजियन को जाता है वह एक अमेरिकन नागरिक थे। ज्यादातर लोग इनका नाम नहीं जानते हैं और ना ही उनको इस बात का अंदाजा है की ATM को बनाने का असली आइडिया इन्हीं का था।
सन 1939 में उन्होंने एटीएम जैसी एक मशीन बनवाई थी जिसका नाम उन्होंने बैंकमैटिक रखा था हालांकि यह मशीन कामयाब नहीं हो पाई लेकिन कुछ समय बाद इसमें बदलाव हुए और हमारे सामने ATM आया और उसके बाद हम ATM का इस्तेमाल करने लगे।
ATM के प्रमुख कार्य क्या होते है
इसके द्वारा हम अपने जमा किए हुए पैसों को बड़ी आसानी से निकाल सकते हैं और हम यह भी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं कि हमारे बैंक अकाउंट में कितना पैसा बाकी बचा है जब हम ATM से पैसा निकालते हैं तब हमें सारी जानकारी एक रसीद के रूप में मिल जाती है।
- ATM की सहायता से हम अपने मोबाइल नंबर को बैंक खाते से भी जोड़ सकते हैं।
- इस के द्वारा हम अपने नए PIN को प्राप्त कर सकते हैं।
- ATM की सहायता से हम किसी भी दूसरे व्यक्ति को पैसा भेज सकते हैं।
- इससे हम किसी दूसरे ATM card में भी पैसे भेज सकते हैं।
- हम किसी भी कार्य के बिल का भुगतान कर सकते हैं चाहे वह सार्वजनिक संस्था हो या फिर प्राइवेट संस्था।
- ATM की सहायता से हम शॉपिंग कर सकते हैं व इससे हम फीस भी भर सकते हैं।
ATM के फायदे
जब से ATM आया है तब से ही ग्राहकों को पैसों के लेन-देन में बहुत अधिक सुविधा हुई है।
- पहले के समय तो ग्राहकों को पैसों को निकालने के लिए बैंक के अधिकारियों के पास बार-बार चक्कर लगाने पड़ते थे, लेकिन अब एटीएम की वजह से ग्राहक जब चाहें पैसा निकाल सकते हैं।
- अगर आपका किसी भी बैंक में अपना खाता है, तो आपको एटीएम कार्ड जरूर बनवाना चाहिए, क्योंकि अगर आप पैसों को निकालने के लिए बैंक नहीं आना चाहते हैं तो आपको ATM से अपनी राशि निकलने के लिए ATM card की आवश्यकता होगी।
- आपको ATM card पर 4 digit का एक कोड दिया जाता है, जो कि एक सीक्रेट कोड होता है उसे आपको किसी को भी नहीं बताना है।
- ATM की सुविधा 24 घंटे उपलब्ध रहती है, आप जब चाहें तब ATM से पैसा निकाल सकते हैं।
- वर्तमान समय में भारत में लगभग सभी बैंकों में एटीएम का प्रयोग किया जाता है, बैंक जैसे कि SBI, ICICI आदि।
ATM का प्रयोग करते समय सावधानियां
एटीएम से पैसे निकालने के लिए आम तौर पर दो तरह के एटीएम का प्रयोग किया जाता है डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड, लेकिन डेबिट कार्ड का इस्तेमाल ज्यादा होता है।
- आपको ATM card को यूज करते समय यह ध्यान रखना है कि आपका कोड कोई ना देख रहा हो, अन्यथा आपसे लूट पाट भी हो सकती है।
- एटीएम पिन डालते समय कीबोर्ड को अपने हाथ से ढक लेना चाहिए ताकि कोई भी व्यक्ति आपके द्वारा दर्ज किए गए पिन को ना देख पाए।
- ATM को यूज करने के बाद कैंसिल के बटन पर क्लिक जरूर करें ताकि आपको यह पक्का हो जाए की आपका खाता एटीएम पर खुला नहीं रह गया है।
- ATM से पैसे निकालने के बाद उन्हें अवश्य गिने और अगर आपको पैसे कम लगे या किसी भी प्रकार की कोई गड़बड़ दिखाई दे तो अपनी बैंक शाखा के हेल्पलाइन नंबर से उनसे संपर्क जरूर करें।
- जब आप एटीएम यूज़ कर रहे हो तो आपको किसी को भी अंदर आने की अनुमति नहीं देनी है।
- समय समय पर आपको अपना एटीएम पिन बदलते रहना चाहिए।
- एटीएम कार्ड जैसे कि डेबिट या क्रेडिट कार्ड का प्रयोग आप बहुत सी जगहों पर कर सकते हैं उदाहरण के लिए शॉपिंग, फीस जमा कराना, बिल का भुगतान, रिचार्ज आदि।
- अपने एटीएम पिन को स्वयं याद रखें और किसी भी स्थान में इसे ना लिखें अपने कार्ड से संबंधित कोई भी जानकारी किसी भी व्यक्ति के साथ फोन पर साझा न करें।
- अपने बैंक और एटीएम से संबंधित किसी भी प्रकार की जानकारी को हमेशा प्राइवेट रखना चाहिए।
ATM कार्ड की सुरक्षा
अगर आप अपने एटीएम कार्ड को सुरक्षित रखना चाहते हैं और आपको इसके बारे में कुछ भी पता नहीं है, तो आपको चिंता करने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि नीचे हम आपको इसी के बारे में कुछ पॉइंट्स बताएंगे अगर आप उन्हें फॉलो करेगें तो आपका एटीएम कार्ड सुरक्षित रहेगा।
- आपको ध्यान रखना है कि एटीएम कार्ड पर जो काली पट्टी होती है, उस पर कोई भी स्क्रैच नहीं पड़ने देना है।
- एटीएम कार्ड को हमेशा कवर में ही डाल कर रखना चाहिए।
- इसके ऊपर दिए गए पिन और तारीख को किसी के साथ भी शेयर नहीं करना है।
- एटीएम कार्ड को हमेशा अपने पास में ही रखें, ताकि उसे किसी भी प्रकार की क्षति न पहुंचे।
- अगर आपका एटीएम कार्ड चोरी या गुम हो जाता है तो आपको अपने बैंक शाखा के हेल्पलाइन नंबर की सहायता से एटीएम को ब्लॉक करवा देना है।
- जब आप अपना एटीएम यूज़ कर रहे हो तब आपको ध्यान रखना है कि वह किसी के साथ बदल ना जाए।
FAQs
ATM के आविष्कारक कौन हैं?
एटीएम के आविष्कारक जॉन शेफर्ड बैरन हैं जिन्होंने लंदन में एटीएम मशीन का आविष्कार किया था जॉन शेफर्ड बैरन का जन्म भारत के शिलोंग में हुआ था।
दुनिया में पहला ATM किस देश में लगा था?
दुनिया का पहला एटीएम ब्रिटेन की राजधानी लंदन में 27 जून 1967 लगा था।
भारत में पहला ATM कब लगाया गया था?
भारत में पहला एटीएम 1987 में HSBC बैंक ने लगाया था और अगले 10 सालों में भारत में एटीएम की संख्या 1500 तक पहुंच गयी थी।
ATM का इस्तेमाल करने वाली पहली बैंक कौन सी है?
एटीएम का इस्तेमाल करने वाली दुनिया की पहली बैंक बारक्लेज थी यह बैंक आज भी कार्यरत है और इसका मुख्यालय ब्रिटेन के लंदन में है।
भारत में कुल कितने ATM हैं?
भारत में RBI बैंकिंग व्यवस्था पर नजर रखता है जिसके मुताबिक वर्तमान में भारत में 2,21,658 एटीएम हैं।
निष्कर्ष
तो अब आप जान गए होंगे ATM का फुल फॉर्म क्या है इससे संबंधित कुछ और जानकारी जानना चाहते हैं तो आप आर्टिकल के नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में कमेंट करके हमसे इसके बारे में पूछ भी सकते हैं, हम आपके कमेंट का जवाब जल्द से जल्द देने की कोशिश करेंगे। अगर आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आया है तो इसे अपने दोस्तों और करीबियों के साथ जरूर शेयर कीजिएगा।
इस आर्टिकल में हमने जाना कि ATM Full Form in Hindi आशा करता हूं कि आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आया होगा और इसमें दी गई जानकारी आपको अच्छी लगी होगी। दोस्तों हमारा हमेशा यही प्रयास रहता है कि हम आपके सामने संपूर्ण और सही जानकारी विस्तार पूर्वक तरीके से पेश करें और आप जो जानकारी हम से जानना चाहते हैं वह जानकारी आपको प्राप्त हो सके।
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