ब्लेड के बीच क्यों बनी होती है ये खास डिजाइन जानिए कारण फिलहाल भारत में भी बहुत कंपनी है जो ब्लेड बनाने का काम करती है ब्लेड एक ऐसी चीज है जिसके बारे में लगभग सभी लोग जानते हैं आमतौर पर शेविंग से लेकर हेयर कटिंग में ब्लेड का इस्तेमाल किया जाता है लेकिन कभी आपने इसके आकार पर ध्यान दिया है कि आखिरकार ब्लेड को एक खास डिजाइन में ही क्यों बनाया जाता है क्यों इसके डिजाइन में बदलाव नहीं किया जाता है दरअसल इसके पीछे है जिलेट कम्पनी जो की पहली एकलौती कंपनी है जिसने ब्लेड बनाने की शुरुआत की थी.
जिलेट कंपनी के संस्थापक किंग कैंप जिलेट ने साल 1901 में अपने सहयोगी बिलियम निकर्सन के साथ मिलकर ब्लेड डिजाईन किया था उस वक्त ब्लेड का डिजाईन बिल्कुल बैसा ही था जैसा की आज हम देख पा रहे हैं दरअसल उस वक्त रेजर में ब्लेड को बोल्ट के जरिये फिट करना पड़ता था इसलिए ब्लेड के बीच में खास तरह का डिजाईन बनाया गया था.
सबसे पहले जिलेट कंपनी ने ब्लू जिलेट ब्लेड का उत्पादन किया था और साल 1904 में पहली बार 165 ब्लेड बनाये गए. बाद में ब्लेड बनाने की दूसरी कंपनी भी सामने आयीं लेकिन उन्होंने ब्लेड की पुरानी डिजाइन को ही कॉपी किया था क्योंकि नई कंपनी के सामने दिक्कत ये थी कि उस वक्त रेजर जिलेट कंपनी के ही आते थे इसलिए रेजर में ब्लेड फिट करने के लिए ब्लेड की शेप पुरानी डिजाइन में ही रखनी पड़ती थी यहीं कारण है कि तब से लेकर अब तक ब्लेड के डिजाइन में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है.
अब आप जान गए होंगे कि सभी कंपनी की ब्लेड की शेप एक जैसी ही क्यों हैं वैसे आपको बता दे कि जिलेट के संस्थापक किंग कैंप जिलेट अपनी कंपनी की शुरुआत करने से पहले 1890 में बोतल का ढक्कन बनाने वाली कंपनी में काम करते थे. लेकिन इसके कुछ साल बाद उन्होंने अपने सहयोगी के साथ मिलकर ब्लेड का डिजाइन तैयार किया था जो हम सभी के सामने है और आज भी हमारे काम आ रहा है.
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