आज के क्रिकेट में दुनिया की सबसे तेज गेंद डालने का रिकॉर्ड पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर के पास है जिन्होंने साल 2003 के विश्वकप के दौरान साउथ अफ्रीका के खिलाफ सबसे तेज गेंद डाली थी. इस गेंद की स्पीड 161.3 किलोमीटर प्रति घंटा मापी गयी थी. लेकिन इसके बाद आज तक इससे तेज गेंद नहीं डाली गयी है.
इस तरह आज के समय दुनिया की सबसे तेज गेंद डालने का रिकॉर्ड शोएब अख्तर के पास है. लेकिन आज हम आपको ऐसी तेज गेंद के बारे में बताने जा रहे. जिसकी स्पीड के कारण स्टंप की गिल्ली 67 गज यानी 61 मीटर दूर जा गिरी थी. हालाकि इस गेंद की स्पीड का पता नहीं चल पाया था क्योंकि उस समय स्पीड मापने के विकसित यंत्र नहीं थे.
ये बात है साल 1911 की जब इंग्लैंड के एतिहासिक ओल्ड ट्रेफर्ड स्टेडियम में लेंकशर और वोरसेस्टशर टीम के बीच मैच खेला जा रहा था. इस दौरान वोरसेस्टशर के तेज गेंदबाज रॉबर्ट बरोस लेंकशर टीम के बल्लेबाज विलियम हडल्सटन को इतनी तेज गेंद डाली की वो देखते रह गए और गेंद स्टंप इतनी तेज गति से लगी कि गिल्ली बहुत दूर जा गिरी.
गिल्ली के गिरने की दूरी बहुत ज्यादा था इसलिए मापने का निर्णय लिया. जब इसे नापा गया तो पता चला कि गिल्ली 61 मीटर दूर जा गिरी है. चुकीं इस समय गेंद की सही स्पीड मापने का कोई यंत्र नहीं था. इसलिए इस गेंद की सही स्पीड का पता नहीं चला लेकिन जिस तरह से गिल्ली 61 मीटर दूर गिरी थी इससे कई दिग्गज इसे दुनिया की सबसे तेज गेंद भी मानते है.
सबसे तेज गेंद डालने वाले रॉबर्ट बरोस एक बेहतरीन आलराउंडर थे इन्होने करीब 20 साल तक क्रिकेट पर धमाल मचाया था. हालाकि रॉबर्ट वरोस को कभी भी राष्ट्रीय टीम में खेलने का मौका नहीं मिला है लेकिन प्रथम श्रेणी के क्रिकेट को उन्होंने खूब खेला था. रॉबर्ट वरोस ने 277 मैच खेले थे जिसमे इन्होने 5223 रन बनाये थे. वही गेंदबाजी में 894 विकेट हासिल किये थे.
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