हमारे देश में एक व्यक्ति की औसत आयु 60 से 70 साल मानी जाती है लेकिन आज हम आपको ऐसे समुदाय के बारे में बताने जा रहे है जिसकी औसत आयु 100 साल से ज्यादा है. इस समुदाय को हुंजा जनजाति के नाम से जाना जाता है. ये समुदाय हिमालय में बसा हुआ है जो पहले भारत का हिस्सा हुआ करता था लेकिन बटवारे के बाद हुंजा समुदाय का इलाका पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर, गिलगिट और बाल्टिस्तान में बसा हुआ है.
हुंजा जनजाति की आबादी 87 हजार के करीब है यहां बोली जाने वाली भाषा को बुराश्की कहा जाता है. यहाँ के लोग पूरी तरह से प्रकृति पर निर्भर रहते है और यहां के लोग खान-पान को लेकर वैज्ञानिक सलाह पर पूरी तरह से विश्वास करते हैं. इसके अलावा यहाँ प्रकृति की ताजगी के साथ बेशुमार खूबसूरती है. यहीं कारण है की यहाँ के लोग बहुत कम बीमार होते है. अगर कोई बीमार हो भी जाए तो उसका इलाज प्रकृति में उपलब्ध जड़ी बूटियों से हो जाता है.
यहाँ की औसत आयु लगभग 110 से 120 साल बताई गयी है और यहाँ के ज्यादातर लोग 150 साल तक जीते है. इनके खानपान में हमेशा पोष्टिक चीजे होती है. इसके साथ ही इससे भी बड़ा कारण है यहां के लोगों की खुशमिजाजी ये सभी कारण यहां के लोगों को लंबे समय तक जवान और तंदरुस्त रखने में मदद करती है. इसके अलावा हुंजा जनजाति की महिलायें 65 साल की उम्र में भी माँ बनती है. यहां के लोगों की ऐसी खासियतों को देखकर ऐसा लगता है कि वाकई आज के समय में ये जगह किसी जन्नत से कम नहीं होगी.
ये भी पढ़े –
- 7MB के इस एप में इंडिया ही नहीं दुनिया भर के TV चैनल फ्री में देख सकते हैं
- भारत का सबसे महंगा होटल जिसका एक दिन का किराया जानकर चौक जायेंगे
- Whatsapp Hack कैसे करें जानिए सबसे आसान तरीका
जानकारी देनें के लिए बहुत बहुत धन्यवाद आपका।।।जो भी व्यक्ति प्रकृति पर पूर्ण निर्भर रहेगा अपने तन मन के साथ और औषधियों का ही सेवन करेगा।।।वो दीर्ध जीवी होगा।।। जयश्रीराधेकृष्ण।।। जय जय जय हो
VERY GOOD KNOWLEDGE.THANKS.