क्या आप जानते है JCB का रंग पीला क्यों होता है नहीं पता तो आज हम आपको इसी बारे में बताने जा रहे हैं। इसके साथ आपको JCB से जुड़ी कुछ रोचक जानकारी भी बताएँगे जो आपको पसंद आएँगी। आपने अक्सर अपने आस पास JCB को खुदाई करते हुए जरुर देखा होगा। और हम सभी जानते है कि इस मशीन का मुख्य काम खुदाई करना ही है लेकिन इन सभी मशीनों में एक चीज कॉमन होती है और वह इनका पीला रंग यानी येलो कलर है। हालाकि कुछ मशीनों का रंग आपको लाल या गुलाबी देखने को मिल सकता है लेकिन अधिकतर JCB का कलर पीला ही होता है। तो इसके पीछे क्या कारण हो सकता है वह आज हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से बताने जा रहे हैं।
वर्तमान समय में जेसीबी मशीन दुनियाभर में अपनी उपयोगिता के लिए जानी जाती है और इस मशीन ने काफी हद तक हमारे जीवन को आसान बना दिया है। पहले जिस काम को करने मनुष्य के कई दिनों का समय लगता था। उस काम को JCB महज कुछ घंटे में कर देती है। यह कहना गलत नहीं होगा कि आने वाला समय मशीन और रोबोट का ही है। हालाकि आज बहुत से काम बिना मशीन के संभव नहीं है। जिसे देखते हुए भविष्य में मनुष्य पूरी तरह मशीनों पर निर्भर हो जायेगा।
JCB का रंग पीला क्यों होता है
जेसीबी मशीन के रंग की बात करे तो पहले इसका कलर लाल व सफेद होता था लेकिन सुरक्षा कारणों से इसका रंग बदलकर पीला कर दिया गया है। दरअसल पीला रंग कम रौशनी में भी साफ नजर आता है। जिससे अँधेरे में भी पता चल जाता है कि सामने JCB मशीन खुदाई कर रही है।
आपने देखा होगा कि स्कूल बस का रंग भी पीला होता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि पीला रंग कम रौशनी में भी दिख जाता है और स्कूल बस और मशीन ऐसे वाहन होते है। जिनमें सुरक्षा का ज्यादा ध्यान रखा जाता है। इसके साथ ही इन वाहनों से किसी भी प्रकार की दुर्घटना न हो सके इसके लिए इन्हें पीले रंग से पेंट कर दिया जाता है।
कई लोगो का मानना होता है कि पीला रंग ज्यादा ध्यान आकर्षित करता है। जबकि वास्तव में पीला रंग अन्य रंगों की तुलना में ज्यादा ध्यान आकर्षित करता है। यहां तक कि अगर आप सीधा देख रहे हैं और कोई पीला ऑब्जेक्ट आपके सामने न होकर साइड में रखा हुआ है तो उस पीले ऑब्जेक्ट को आप आसानी से देख सकते हैं।
एक शोध में वैज्ञानिकों ने पाया कि पीले कलर को लाल कलर की तुलना में 1.24 गुना ज्यादा बेहतर देख सकते हैं। अँधेरे वातावरण में भी पीला रंग आसानी से देखा जा सकता है। वहीं कोहरे में भी पीले रंग को काफी जल्दी देखा जा सकता है। इन सभी कारणों की वजह से JCB कंपनी अपने अधिकतर वाहन पीले रंग में ही बनाती है।
JCB का पूरा नाम क्या है
अगर आपसे कहा जाए कि JCB का नाम जेसीबी नहीं कुछ और ही है तो आप भी हैरान रह जायेंगे। दरअसल JCB इस मशीन को बनाने वाली कंपनी का नाम है लेकिन मशीन में JCB लिखे होने के कारण इसको भारतीय लोगो ने जेसीबी नाम दे दिया है। असल इस मशीन को एक्सकैवेटर (Excavators) के नाम से जाना जाता है।
अब आप जानना चाहते होंगे कि आखिर JCB नाम कहाँ से आया है। तो बता दे कि इस मशीन का आविष्कार करने वाले जोसेफ सिरिल बमफोर्ड के शॉर्ट फॉर्म को ही कंपनी का नाम दे दिया गया है। जब जोसेफ सिरिल बमफोर्ड अपने कंपनी के नाम के बारे में विचार कर रहे थे। उनको कोई यूनिक नाम नहीं मिला इसके बाद उन्होंने अपने नाम के ऊपर ही कंपनी का नाम रख दिया था।
JCB से जुड़ी रोचक जानकारी
JCB कंपनी की शुरुआत साल 1945 में ब्रिटेन में हुई थी उस दौरान इस कंपनी ने एक्सकैवेटर नामक अपनी तरह की एकलौती मशीन लांच की थी। जिसे लोगो द्वारा काफी अच्छा रिस्पांस मिला था। इसके बाद दुनियाभर में इस कंपनी ने अपने प्लांट लगाने शुरू कर दिए थे। जहां तक भारत की बात की जाए तो यहाँ कंपनी की फरीदाबाद, पुणे व जयपुर में फैक्ट्रियां है।
आपने अक्सर ट्रैक्टर को धीमी गति से जाता देखा होगा। चूँकि किसी आम ट्रैक्टर की स्पीड 35 किलोमीटर प्रति घंटा से ज्यादा नहीं होती है। आपको जानकर हैरानी होगी की दुनिया की सबसे तेज ट्रैक्टर ‘फास्ट्रैक’ का निर्माण JCB कंपनी ने ही 1991 में किया था। इसकी अधिकतम गति 65 किलोमीटर प्रति घंटा थी। आज तक इतनी तेज गति वाला ट्रैक्टर नहीं बनाया गया है।
बता दे कि उस दौर में JCB पहली प्राइवेट ब्रिटिश कंपनी थी। जिसने भारत में अपनी फैक्ट्री लगायी थी अब भारत में इसके बेहतर उत्पादन और आसानी के चलते इस मशीन का सबसे ज्यादा निर्यात भारत से ही किया जाता है। वर्तमान समय में दुनिया भर के कई देशों में इसे भेजा जाता है। जब इस कंपनी को शुरू किया गया था तब शुरुआत में इसमें महज 6 आदमी शामिल थे लेकिन अब दुनियाभर में 11 हजार से अधिक कर्मचारी काम कर रहे हैं।
तो अब आप जान गए होंगे कि JCB का रंग पीला क्यों होता है इस पोस्ट में हमने आपको इस मशीन से जुड़ी कुछ जानकारी भी शेयर की है। जो आपको जरुर पसंद आयी होगी। आपको बता दे कि JCB कंपनी वर्तमान में एक्सकैवेटर, व्हिल्ड लोडर, ट्रैक्टर, मिलिट्री वाहन, डीजल मैक्स, वाइब्रो मैक्स का निर्माण करती है, यहां तक कि कंपनी ने कंस्ट्रक्शन साइट पर काम करने वालों को ध्यान में रखते हुए फोन का भी निर्माण करने का लाइसेंस ले रखा है।
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