पीएचडी क्या है कैसे करें PhD में अधिकतम सैलरी कितनी है

पीएचडी क्या है कैसे करें: यहां पर हम PhD से जुड़ी सारी इनफार्मेशन लेंगे जैसे कि पीएचडी करने के लिए क्या योग्यता रहती है और क्या इस डिग्री को करने के बाद आपको नौकरी मिलेगी सारी जानकारी के लिए आर्टिकल को आखिर तक जरूर देखिए इस आर्टिकल में हम PhD करने के लिए योग्यता और पीएचडी के फायदे के बारे में भी बात करेंगे।

अगर आप अपने नाम के आगे डॉक्टर लगाने का सपना देख रहे हैं और किसी बड़े लेवल का कोर्स करके यूनिवर्सिटी या कॉलेजेस में अपने आप को प्रोफेसर कहलवाना चाहते हैं तो यहां हम आपको पीएचडी के बारे में पूरी इंफॉर्मेशन देंगे।

अधिकतर स्टूडेंट्स का सपना अपनी रूचि के विषय में पीएचडी करना होता है ऐसे में वह जानना चाहते हैं Phd kaise Kare वैसे इसमें बहुत कम स्टूडेंट ही सफल हो पाते हैं क्योंकि इस डिग्री को प्राप्त करने के लिए स्टूडेंट को काफी समय और काफी पैसा लग जाता है लेकिन अगर कोई स्टूडेंट इस डिग्री को प्राप्त कर लेता है तो उसका भविष्य उज्जवल हो जाता है

पीएचडी क्या है

तो आइए आर्टिकल शुरू करते हैं और देख लेते हैं PhD Me Kitni Fees Lagti Hai दरअसल भारत में अगर आप कोई बड़ी डिग्री की पढ़ाई किसी अच्छे विश्वविद्यालय से करना चाहते हैं तो आपको उस हिसाब से फीस भी देनी होती है तो हम इसके बारे में भी चर्चा करेंगे

पीएचडी क्या है (What is PhD in Hindi)

पीएचडी डिग्री पढ़ाई में सबसे बड़ा डिग्री होता है 12वीं करने के बाद बैचलर डिग्री उदाहरण के लिए B.A और उसके बाद आप पोस्ट ग्रेजुएशन करते हैं यह पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद की जाने वाली एक डिग्री होती है इस डिग्री को डॉक्टरेट लेवल की डिग्री कहा जाता है। इसलिए जो भी पीएचडी करता है उसके नाम के आगे डॉक्टर लग जाता है।

पीएचडी डिग्री अनुसंधान और रिसर्च लेवल की डिग्री मानी जाती है इसलिए इसे पढ़ाई में सबसे ऊपर का दर्जा दिया गया है, पीएचडी डिग्री को काफी कठिन भी माना गया है और इसमें टाइम ड्यूरेशन भी काफी ज्यादा लगता है ऐसा माना जाता है कि पीएचडी डिग्री प्रौढ़ लोगों के लिए होती है।

यह किसी भी एक विषय पर डिटेल में की गई स्टडी है आप किसी भी एक विषय को बहुत गहराई से पढ़ते हैं और फिर उसके ऊपर जानकारियां इकट्ठा करते हैं और उस जानकारी के बेसिस पर अपना एक अलग आर्टिकल लिखते हैं इसे थिसिस कहते हैं। इतना कर लेने तक आपके पास है उस टॉपिक से जुड़ी हर एक डिटेल में जानकारी होती है।

आप उस टॉपिक पर डॉक्टरेट लेवल तक का ज्ञान हासिल कर लेते हैं जब आप किसी एक टॉपिक पर इतना विस्तार से अध्ययन करते हैं तो आप उस टॉपिक पर नई रिसर्च करने के लिए तैयार हो जाते हैं और आप अपनी नॉलेज को बढ़ाते हुए आगे समाज का भला करते हैं।

पीएचडी कैसे करें

पीएचडी में एडमिशन के लिए एंट्रेंस एग्जाम होता है जो आपको क्रैक करना पड़ेगा सबसे पहला एग्जाम UGC NET का होता है और विज्ञान के विद्यार्थियों के लिए CSIR UGC NET एग्जाम क्लियर करना होता है। इसके अलावा अगर आप इंजीनियरिंग से जुड़े किसी सब्जेक्ट से पीएचडी करना चाहते हैं तो आपको GATE एग्जाम देना होगा।

कुछ बड़ी यूनिवर्सिटी की बात करें जैसे कि JNU, टाटा इंस्टिट्यूट, बिरला इंस्टिट्यूट, भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर, और AIIMS जैसे यूनिवर्सिटीज में आपको पीएचडी करने के लिए एंट्रेंस एग्जाम भी अनिवार्य होता है। अगर आप एग्जाम क्रैक कर देंगे तो उसके बाद आपका इंटरव्यू भी होगा जो भी स्टूडेंट्स इंटरव्यू पास कर लेते हैं उन्हीं का पीएचडी में एडमिशन स्वीकार्य होगा।

कुछ यूनिवर्सिटीज आपको NET और GATE एग्जाम में पास होने पर तुरंत एडमिशन भी दे देती है। अगर आपकी पीएचडी करने में कोई रूचि है तो आपको बता दूं कि यह ऊपर जितने भी एग्जाम्स कि मैंने डिटेल दी है यह सभी एग्जाम काफी मुश्किल है लेकिन अगर आप अच्छी मेहनत करते हैं तो यह सभी एग्जाम आप क्लियर कर पाएंगे।

जब आपका पीएचडी में सिलेक्शन हो जाता है तो आपको एक सुपरवाइजर प्रोवाइड करवाया जाएगा इसके अंडर में ही आप अपना पीएचडी का सारा काम संभालेंगे सुपरवाइजर आपको कोर्स और यूनिवर्सिटी से जुड़ी गाइडलाइंस के बारे में विस्तृत जानकारी देते हैं और वह आपको जो दिशा निर्देशन देंगे आपको उन्हीं के आधार पर कार्य करना होगा।

जब आप पीएचडी करते हैं तो इस दौरान आपको यूनिवर्सिटी और बाकी जगहों पर हो रहे सेमिनारों में भी पार्टिसिपेट करना होगा पीएचडी करने वाले स्टूडेंट्स को अपने रिसर्च पेपर पब्लिक करने अनिवार्य होते हैं और कई प्रकार की एकेडमिक चीजों में भाग लेना पड़ता है।

PhD की जानकारी

कोर्स का नामपीएचडी
PhD की फुल फॉर्मDoctor of Philosophy
न्यूनतम योग्यता55% के साथ पोस्ट ग्रेजुएशन
Age Limitकोई Age Limit नही है
कोर्स की अवधि3-5 साल
टॉप रिक्रूटर्सविश्वविद्यालय, कॉलेज, प्रकाशन एजेंसियां आदि
टॉप जॉब प्रोफाइल्सप्रोफेसर, लेक्टरर्स, मैनेजमेंट कंसलटेंट, रिसर्च साइंटिस्ट आदि
फीस25 से 30000 रुपये
उद्देश्यकिसी विषय में एक्सपर्ट बनना

पीएचडी के लिए योग्यता

पीएचडी करने के लिए सबसे पहले आपको पोस्ट ग्रेजुएशन कंप्लीट करनी होगी दोस्तों पोस्ट ग्रेजुएशन में आपके कम से कम 55 प्रतिसत मार्क्स होने ही चाहिए आरक्षित वर्ग के कुछ उम्मीदवारों को 5% की छूट मिल जाती है हर यूनिवर्सिटी में इस छूट के पर्सेंट का बदलाव होता रहता है और अलग अलग यूनिवर्सिटीज में अलग अलग छूट मिलती है।

आप किसी भी उम्र में पीएचडी कर सकते हैं आपके लिए किसी भी प्रकार की कोई आयु सीमा निर्धारित नहीं की गई है आप जिस सब्जेक्ट में पोस्ट ग्रेजुएट किए हुए हैं उसी में पीएचडी कर सकते हैं।

PhD एक गहन अध्ययन का विषय है यह आपके ग्रेजुएशन या पोस्ट ग्रेजुएशन का कोई ऐसा एग्जाम नहीं है जिसमें आप कुछ लिखित क्वेश्चन आंसर को रट कर एग्जाम दे देंगे और पास हो जाएंगे पीएचडी में आपको किसी भी एक विषय में गहन अध्ययन की जरूरत पड़ती है और पीएचडी एग्जाम को क्रैक करना भी काफी मुश्किल होता है।

अगर आप अपने विषय में विशेषज्ञ बनना चाहते हैं तो ही आपको पीएचडी करनी चाहिए। पीएचडी करने के लिए कम से कम 3 साल का समय तो लगता ही है इसलिए करने से पहले थोड़ा सोच विचार कर लीजिए क्योंकि पीएचडी करने के लिए आपको मेहनत की जरूरत होगी।

PHD की फीस कितनी है

पीएचडी एक हाई लेवेल की स्टडी है इसलिए लोग यह सोचते हैं कि पीएचडी करने के लिए उन्हें लाखों रुपए का खर्च आएगा लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है अगर आप किसी गवर्नमेंट यूनिवर्सिटी से पीएचडी करते हैं तो पीएचडी करने के लिए साल का 25 से ₹30000 तक ही खर्च आता है।

सरकार द्वारा आपको हर महीना 30,000 का स्टाइपेंड भी मिलता है। जिसके द्वारा आप आसानी से अपना पढ़ाई और रोजमर्रा का खर्चा निकाल सकते हैं।

लेकिन अगर आप किसी प्राइवेट यूनिवर्सिटी से पीएचडी करेंगे तो इसकी फीस कुछ ज्यादा होती है यहां पर आपको महीने के 15 से ₹20,000 तक देने पड़ सकते हैं।

पीएचडी का फुल फॉर्म क्या है

पीएचडी का फुल फॉर्म Doctor of Philosophy होता है इसका हिंदी में मतलब दर्शनशास्त्र के चिकित्सक है। यहां पर दर्शनशास्त्र यानि की फिलॉसफी जुड़े होने का मतलब यह नहीं है की फिलॉसफी ही पढाई जाएगी पीएचडी आप किसी भी विषय से कर सकते हैं जिसमें आपकी रुचि हो।

पीएचडी कितने साल की होती है

पीएचडी को पूरा करने के लिए 6 साल का वक्त होता है लेकिन एक प्रकार से पीएचडी केवल 3 वर्ष की होती है लेकिन आपको यह सुविधा दी जाती है कि आप 6 वर्षों में इसे पूरा कर सकते हैं।

इतना समय इसलिए दिया जाता है क्योंकि पीएचडी में थीसिस लिखनी होती है और यह कम से कम 75 से 80,000 वर्ड की होती है यह थीसिस एक पूरी किताब की तरह होती है इसलिए आपको रिसर्च करने के लिए काफी वक्त की जरूरत है

रिसर्च के लिए आपको अलग अलग प्रकार से डाटा इकट्ठा करना होगा और लोगों के बीच में जाना होगा इसके लिए आपको काफी वक्त चाहिए इसलिए सरकार ने 3 साल की पीएचडी करने के लिए 6 साल का वक्त रखा है।

पीएचडी में जॉब और सैलरी कितनी है

पीएचडी एक हाई लेवल की स्टडी है और इसको करने के बाद नौकरी तो लगभग पक्की ही हो जाती है आप पीएचडी के अंदर एक बहुत लंबा समय बिताते हैं लेकिन इतना समय आपका वेस्ट नहीं होता पीएचडी करने के बाद आपको एक अच्छी खासी नौकरी मिल जाती है।

पीएचडी करने के काफी फायदे होते हैं जिसका हम आगे विवरण देंगे पीएचडी करने के बाद आपको टीचिंग लाइन में अच्छा करियर बनाने का मौका मिलता है।

वैसे तो आप B.ed करने के बाद भी टीचिंग लाइन में जा सकते हैं लेकिन अगर आप पीएचडी करके टीचिंग लाइन में जाते हैं तो यहां पर आपको असिस्टेंट प्रोफेसर का पद मिल सकता है। जिसमें आप कुछ समय बिताने के बाद प्रोफेसर के पद पर जा सकते हैं जो कि एक बहुत ही गणमान्य पद माना जाता है।

असिस्टेंट प्रोफेसर और उप प्रोफेसर को मिलने वाले सैलरी और अलग अलग प्रकार के भत्ते भी नॉर्मल टीचर की बजाय काफी ज्यादा होते हैं आपने अगर कॉलेज के अध्यापकों की सूची देखी होगी तो आपने पाया होगा कि कई अध्यापकों के नाम के आगे डॉक्टर लगा हुआ होता है पीएचडी करने के बाद प्रोफेसर और उप प्रोफेसर के अलावा भी कई अन्य प्रकार की ऐसी फील्ड है जहां पर आप अपना करियर है स्टैब्लिश कर सकते हैं।

पीएचडी करने के फायदे

पीएचडी करने का सबसे पहला फायदा यह रहता है कि आप अपने टॉपिक के विशेषज्ञ बनए जाते हैं यानी कि आपने जो भी सब्जेक्ट पढ़ा है आप उसके एक्सपर्ट हो जाएंगे और इसी के साथ साथ है अगर आपने GATE, NET क्रैक किया है तो आपको पीएचडी करते वक्त स्टाइपेंड भी मिलता है जो कि लगभग 30,000 भारतीय रुपए है।

अगर आपके द्वारा छापे गए रिसर्च पेपर में कोई दम होता है तो यह इंटरनेशनल लेवल तक छप जाते हैं यानी कि आप अपनी बात दुनिया तक आसानी से पहुंचा सकते हैं क्योंकि पीएचडी करने वालों को इसके लिए योग्य भी समझा जाता है, इसलिए पीएचडी करने वालों की पहचान दुनियाभर में हो जाती है आपको विदेशों से भी नौकरी की ऑफर आ सकते हैं।

अगर आप पीएचडी करना चाहते हैं तो बता दें कि यह जरूरी नहीं होता कि आप अपनी पोस्ट ग्रैजुएट करने के बाद तुरंत पीएचडी को स्टार्ट करें आप कुछ समय का ब्रैक भी ले सकते हैं। पीएचडी करने के कुछ डायरेक्ट फायदे भी होते हैं जैसे कि आपके नाम के आगे डॉक्टर लग जाता है जिससे आप गणमान्य व्यक्तियों में शामिल हो जाते हैं महिलाओं को पीएचडी करते वक्त मातृत्व अवकाश की भी छूट होती है।

ये भी पढ़े

FAQs – PhD in Hindi

पीएचडी की सैलरी कितनी होती है?

पीएचडी वालों की मिनिमम सैलरी 5 से 10 लाख रुपए के बीच होती है।

पीएचडी करने की ऐज लिमिट क्या है?

भारत और UK जैसे देशों में पीएचडी करने की कोई ऐज लिमिट नहीं है

पीएचडी करने के बाद कौन सी नौकरी मिलती है?

आप ने जिस भी सब्जेक्ट में PhD की है आपको उसी क्षेत्र में नौकरी मिलेगी जैसे साइंस वालों को संशोधन और डेवलपमेंट अगर लॉ से पीएचडी की है तो आप सरकारी क्षेत्र में एक लीगल लो एडवाइजर भी बन सकते हैं।

किस PhD की सैलरी सबसे ज्यादा है?

पीएचडी में Immunology, Physics और Aerospace Engineering टॉप 3 ऐसे क्षेत्र हैं जहाँ सबसे ज्यादा सैलरी मिलती है

पीएचडी से बड़ी डिग्री कौन सी होती है?

PhD से बड़ी डिग्री मास्टर ऑफ़ फिलॉसफी (MPhil) को माना जाता है यह PhD का सबसे बड़ा रूप है

निष्कर्ष

इस आर्टिकल में हमने पीएचडी क्या होता है इसके ऊपर चर्चा की है अगर आपको यह आर्टिकल पसंद आया है तो इसे अपने करीबी साथियों के साथ साझा करना बिल्कुल ना भूलें। इस आर्टिकल में हमने पीएचडी की फुल फॉर्म और पीएचडी करने के बाद मिलने वाली नौकरी और तनख्वाह के बारे में भी चर्चा की है।

आशा करते हैं कि आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा और दी गई जानकारी समझ आई होगी। अगर आपके पीएचडी के बारे में कोई भी और सवाल है तो आप कमेंट करके पूछ सकते हैं

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