आज आप जानेंगे कि भारत का कौनसा राज्य अंग्रेजों का गुलाम नहीं बना था अगर आपको इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है। तो यह पोस्ट आपके लिए काफी जानकारी भरा होने वाला है क्योंकि इस पोस्ट में हम आपको बताएँगे कि भारत का कौनसा राज्य कभी भी अंग्रेजों का गुलाम नहीं हुआ था। पिछले पोस्ट में हमने आपको भारत के सभी राज्य का गठन का साल बताया था। जिससे आप जान सकते है कि आप जिस राज्य में रहते है आखिर उसका गठन कब हुआ था। हालाकि समय के साथ इंडिया के आन्तरिक मैप में बदलाव होता रहा है। पिछला नवगठित राज्य तेलंगाना था जिसे 2014 में बनाया गया था। इस राज्य को बनाने के पीछे काफी प्रदर्शन हो रहे थे जिसके कारण केंद्र सरकार को नया राज्य बनाने की जरुरत पड़ी।
वैसे अंग्रेजों ने भारत में लगभग 200 साल राज किया और यहां से काफी धन लूटकर अपने देश ब्रिटेन ले गए थे। हम सभी जानते है कि अंग्रेज हमारे देश में व्यापार करने के उद्देश्य से आये थे। लेकिन यह पूरी तरह से असत्य है क्योंकि अंग्रेजों ने भारत पर शासन करने की योजना बनाई हुई थी क्योंकि इससे पहले अंग्रेज दुनिया के कई देशों पर शासन करते थे। जब वह यहाँ आये तो उन्हें लगा कि वह यहाँ पर शासन कर सकते हैं। उस समय अंग्रेजों ने शासन करने के लिए दुनिया के करीब 90 प्रतिशत पर देशों पर हमला किया था। आपकी जानकारी के लिए बता दे कि वर्तमान समय का सुपरपावर देश अमेरिका भी अंग्रेजों का गुलाम हुआ करता था।
भारत का कौनसा राज्य अंग्रेजों का गुलाम नहीं बना
आप में से बहुत से लोग जानना चाहते होंगे कि आखिर भारत का वह कौनसा राज्य है जो कभी भी अंग्रेजों का गुलाम नहीं हुआ तो इसका जवाब है गोवा क्योंकि इस राज्य में पुर्तगालियों का शासन चलता था। पुर्तगालियों ने करीब 450 साल तक गोवा राज्य में शासन किया था। भारत में अंग्रेजों के आने से पहले और उनके जाने के बाद भी गोवा में पुर्तगाली शासन चलता रहा था। भारत की आजादी के 2 दशकों बाद भी पुर्तगाली गोवा पर शासन करते रहे थे लेकिन अंत में 19 दिसम्बर 1961 को गोवा को आजाद करके उसे भारत में शामिल कर लिया गया था।
अब आपको गोवा से जुड़ी जरुरी जानकारी बताते हैं अगर आप गोवा राज्य के बारे में जानना चाहते है तो आपको यह भी पता होना चाहिए। जैसे इसका छेत्रफल कितना है और इसकी जनसंख्या कितनी है जैसी जरुरी जानकारी।
क्षेत्रफल | 3702 वर्ग किमी |
क्षेत्रफल के लिहाज से भारत में स्थान | 28वा |
जनसंख्या | 14,57,723 (2011 जनगणना) |
जनसंख्या घनत्व | 390 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी |
जनसंख्या में लिहाज से भारत में स्थान | 26वा (2011 जनगणना) |
लिंगानुपात | 973/1000 पुरुष पर |
साक्षरता दर | 88.70% |
राजधानी | पणजी |
कुल जिले | 2 |
मुख्यमंत्री | प्रमोद सावंत (भाजपा) |
राज्यपाल | मृदल सिन्हा |
विधानसभा सीटो की संख्या | 40 |
लोकसभा सीटो की संख्या | 2 |
राज्यसभा सीटो की संख्या | 1 |
प्रथम मुख्यमंत्री | दयानन्द बन्दोंदकर |
प्रथम राजपाल | गोपाल सिंह |
राज्य पशु | गौर |
राज्य पक्षी | बुलबुल |
राज्य वृक्ष | मट्टी |
राज्य दिवस | 30 मई |
राज्य भाषा | कोंकणी |
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि 1510 में पुर्तगालियो ने स्थानिक मित्र, तिमय्या की सहायता से सत्तारुढ़ बीजापुर के सुल्तान यूसुफ़ आदिल शाह को पराजित किया। इसके बाद प्राचीन गोवा में उन्होंने स्थायी राज्य शासन की नीव रखी। गोवा में यह पुर्तगाली शासन की शुरुवात थी और यह 1961 के राज्य हरण तक तक़रीबन 450 साल तक चला।
अंग्रेजों के भारत आगमन से काफी सालों पहले पुर्तगाली गोवा में आ चुके थे। हालाकि पुर्तगाली उस समय पूरे भारत में शासन करने में सक्षम नहीं थे इसलिए पुर्तगालियों ने भारत पर शासन नहीं किया। चूँकि अंग्रेज पहले भी कई देशों में शासन कर चुके थे ऐसे में उन्हें भारत पर अपना शासन चलाने में ज्यादा दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ता था।
तो अब आप भारत का कौनसा राज्य अंग्रेजों का गुलाम नहीं बना था इसके बारे में जान गए होंगे बता दे कि छेत्रफल के हिसाब से गोवा भारत का सबसे छोटा राज्य है। वहीं GDP Per Capita से देखे तो यह भारत का सबसे अमीर राज्य है। इसकी आय का प्रमुख स्त्रोतों में से एक पर्यटन है। गोवा के समुद्री तट देश दुनिया में जाने जाते हैं हर साल देश विदेश के लाखों पर्यटक गोवा घूमने जाते हैं।
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इस आर्टिकल में बहुत आसान तरीके से समझाया गया है। बहुत ही helpful आर्टिकल है और बहुत अच्छी जानकारी मिली है।