भारत के 10 सबसे स्वच्छ शहर 2023: पहले के समय इंडिया के लगभग सभी शहर काफी गंदे हुआ करते थे लेकिन जब से पीएम मोदी ने स्वच्छ भारत अभियान चलाया है तब से कुछ शहर सामने आये हैं जिनमें साफ सफाई का काफी ध्यान रखा जाता है. हालाकि अभी भी बहुत सारे शहर हैं जिनमें साफ सफाई नहीं है लेकिन हर साल होने वाले स्वच्छ सर्वेक्षण में कई शहरों के नाम शामिल होते जा रहे हैं.
पहले की तुलना की जाए तो पीएम मोदी के सफाई अभियान से लोगो के बीच जागरूकता फैली है और अब कई शहरों में लोग इधर उधर कचरा फेंकने से हिचकिचाहट महसूस करते हैं. आज के समय इंडिया के कई शहर सामने निकल कर आये हैं जिनमे वास्तव में साफ सफाई का काफी ध्यान रखा जाता है.
वैसे शहरों की साफ सफाई में शहर की नगरपालिका का अहम योगदान होता है क्योंकि नगरपालिका के कर्मचारी लोगो को कचरा फैलाने से रोकते है और समय समय पर शहर की सफाई करते हैं. यदि किसी शहर की नगरपालिका सफाई के प्रति काफी जागरूक है तो वह अपने शहर में सफाई का काफी ध्यान रखती है.
हमारे देश को विदेशी लोग गंदे देश के रूप में देखते हैं लेकिन अब भले देर से ही सही स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत हो चुकी है और लोग इसमें बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं. हालाकि भारत को साफ सुथरा होने में समय लगेगा लेकिन यदि लोगो में इसी तरह सफाई के प्रति जागरूकता फैलाई जाए तो वह दिन दूर नहीं जब भारत भी एक क्लीन कंट्री कहलायेगा.
भारत के 10 सबसे स्वच्छ शहर 2023
1. इंदौर
इस सूची में पहले स्थान पर मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी कहा जाने वाला शहर इंदौर है जो पिछले 2 सालों में लगातार पहले स्थान पर काबिज है. लगभग 20 लाख की जनसँख्या वाला यह शहर समुद्र तल से 550 मीटर पर बसा हुआ है. आपको बता दे कि इंदौर को मिनी मुंबई भी कहते है क्योंकि इस शहर की ग्रोथ रेट काफी अच्छी है और यहाँ पर ज्यादातर अमीर और मिडिल क्लास के लोग रहते हैं.
2. भोपाल
दूसरे स्थान पर भी मध्यप्रदेश का दूसरा शहर भोपाल है जो कि मध्यप्रदेश की अधिकारिक राजधानी है. इस शहर की जनसँख्या भी इंदौर के बराबर लगभग 20 लाख है यह समुद्र तल से 527 मीटर ऊंचाई पर बसा हुआ है. सफाई के मामले में यहां की नगरपालिका और यहाँ के लोग काफी जागरूक हैं इस वजह से ये काफी स्वच्छ शहर है.
3. विशाखापत्तनम
तीसरे स्थान पर आंध्रप्रदेश का तटीय शहर विशाखापत्तनम आता है. समुद्र तल से 45 मीटर की ऊंचाई में बसे विशाखापट्टनम में करीब 18 लाख लोग रहते हैं. समुद्र के किनारे बसा होने के कारण इस शहर का मौसम ज्यादातर समय में सुहाना बना रहता हैं. इस शहर का तापमान हमेशा संतुलित रहता है. वहीं साफ सफाई की बात करे तो यहां के लोग इस बात का काफी ख्याल रखते हैं.
4. सूरत
सूरत शहर गुजरात के सबसे मुख्य और सबसे बड़े औधोगिक शहर में से एक है. यह भारत के सबसे साफ शहरों की सूची में चौथे स्थान पर आता है सूरत भी विशाखापट्टनम की तरह समुद्र के किनारे बसा हुआ है और इसकी समुद्र तल से ऊंचाई करीब 13 मीटर है. हालाकि औधोगिक शहर होने की वजह से यहां की फैक्ट्रीयों से काफी प्रदूषण होता है फिर भी यहाँ के लोग साफ सफाई का खास ख्याल रखते हैं.
5. मैसूर
इस सूची में पांचवे स्थान पर मैसूर को रखा गया है. यह कर्नाटक राज्य के प्रमुख शहरों में से एक है जिसकी समुद्र तल से ऊंचाई 763 मीटर है. इस शहर की जनसँख्या 9.21 लाख के करीब है. कभी यह शहर भारत का सबसे स्वच्छ शहर हुआ करता था लेकिन अब इस सूची में यह पांचवे स्थान पर आ गया है.
6. तिरुचिरापल्ली
यह तमिलनाडु का पहला शहर है जो इस सूची में छठे स्थान पर आता है. समुद्र तल से 88 मीटर की ऊंचाई में बसे इस शहर की जनसँख्या 9.27 लाख है. आपको बता दे कि इस शहर को तिरुची के नाम से भी जान जाता है. इसके अलावा यह तमिलनाडु के प्रमुख शहरों में से एक है.
7. न्यू दिल्ली
अगर पूरे शहर की बात की जाए तो दिल्ली अभी भी गंदे शहरों में आती है लेकिन इसका एक इलाका ऐसा है जो काफी साफ है इस इलाके को NDMC यानी न्यू दिल्ली मुन्सिपल कौंसिल के नाम से जाना जाता है. यह दिल्ली के सबसे साफ इलाकों में से एक है. यहां की नगरपालिका साफ सफाई का काफी ध्यान रखती है.
8. नवी मुंबई
महाराष्ट्र के सबसे साफ शहरों में नवी मुंबई पहले स्थान पर आता है जबकि इस सूची में यह आठवे स्थान पर आता है. समुद्र तल के किनारे बसे इस शहर की समुद्र तल से ऊंचाई 14 मीटर है वहीं इसकी जनसँख्या की बात करे तो इस नवी मुंबई में करीब 11 लाख लोग रहते हैं. पुरानी मुंबई की तुलना में नवी मुंबई में काफी साफ सफाई देखी जा सकती है.
9. तिरुपति
सफाई के मामले में यह आंध्रप्रदेश का दूसरा शहर है जो इस सूची में नवे स्थान पर आता है. समुद्र तल से 980 मीटर की ऊंचाई में बसे इस शहर की जनसँख्या 3.47 लाख है. यह शहर अपने बड़े और पुराने हिन्दू मंदिरों के लिए जाना जाता है. यह आंध्रप्रदेश का 9 वां सबसे बड़ा शहर है.
10. वडोदरा
यह सूरत के बाद गुजरात का दूसरा सबसे साफ शहर है. समुद्र तल से 129 मीटर की ऊंचाई में बसे इस शहर के जनसँख्या 20 लाख के करीब है. इस शहर को बरोड़ा नाम से भी जाना जाता है. यहाँ की नगरपालिका और यहाँ के लोग साफ सफाई का खास ध्यान रखते हैं.
किसी शहर के साफ होने में वहां जनता और नगरपालिका का काफी योगदान होता है अगर शहर की जनता साफ सफाई के प्रति काफी जागरूक है तो वह अपने शहर को साफ बनाये रखती है. अभी भी भारत के ज्यादातर शहर गंदे है ऐसे में गंदे शहरों के लोगो को इन टॉप 10 शहरों के बारे में सोचना चाहिए अगर ये शहर स्वच्छ हो सकते हैं तो भारत के लगभग सभी शहर स्वच्छ हो सकते हैं.
ये भी पढ़े
- Apple का सबसे सस्ता मोबाइल फोन जानिए फीचर
- Masked Aadhaar क्या है कैसे डाउनलोड करे
- भारत के 10 सबसे गरीब राज्य
- कोई देश मनचाहे पैसे छापकर अमीर क्यों नहीं हो सकता है कारण जानिये
निष्कर्ष
बहुत से लोग भारत के 10 सबसे स्वच्छ शहर के बारे में जानना चाहते थे इसलिए हमने इस पोस्ट को लिखा है इन शहरों की साफ सफाई से दूसरे शहर के लोग काफी कुछ सीख सकते हैं और अपने शहर को भी साफ सुथरा रख सकते है. जब से पीएम मोदी ने सफाई अभियान चलाया है तब से शहरों की सफाई में काफी परिवर्तन आया है अगर लोग इसी तरह से सफाई के प्रति जागरूक होते गए तो एक दिन पूरा भारत स्वच्छ हो जायेगा.
अपने बोहोत अच्छे लिखे है। धन्यवाद ।
कभी अम्बिकापुर आओ घूमने तो पता चलेगा कि स्वच्छ शहर किसको बोलते है इस लिस्ट में है ही नही